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राज्य सरकार के ध्यानाकर्षण हेतु "घंटी बजाओ, सरकार जगाओ" कार्यक्रम कल

  • Writer: India Plus Tv
    India Plus Tv
  • Nov 3, 2022
  • 3 min read

रांची : झारखण्ड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ के द्वारा आयोजित " महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति महोदय तथा माननीय मुख्यमंत्री महोदय, माननीय मंत्रीगण तथा सभी विधायकगण " के ध्यानाकर्षण हेतु धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के चौथे दिन राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों व अंगीभूत महाविद्यालयों में कार्यरत अनुबंध पर बहाल सैकड़ों सहायक प्राध्यापकों ने अपनी माँगो को लेकर आवाज बुलंद की। ध्यानाकर्षण हेतु धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के चौथे दिन अनुबंध पर बहाल सैकड़ों सहायक प्राध्यापकों ने अव्यवस्था के विरुद्ध एवम अपने माँगो को लेकर आवाज बुलंद करते हुए शांति पूर्ण ढंग से "सुख और समृद्धि" के प्रतीक सखुआ डाली लेकर मार्च पास्ट किया। यह मार्च पास्ट राजभवन से निकल कर कचहरी चौक होते हुए रेडियम रोड फिर मोराबादी के 'बापू वाटिका' स्थित गांधी जी की प्रतिमा के समीप समाप्त हुआ। जहाँ बापू जी के प्रतिमा पर सभी शिक्षकों ने माल्यार्पण कर भजन किया एवम सरकार की सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना किया गया।




सखुआ डाली कार्यक्रम

सखुआ डाली पैदल मार्च की अगुवाई तथा बापू वाटिका सभा का संचालन डॉ.सुबास साहू और डॉ. त्रिभुवन साही ने किया। डॉ. यदुवंश प्रणय ने नागार्जुन के कविता 'तीनों बन्दर बापू के' थीम पर संबोधित किया। राँची विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष प्राध्यापक डॉ. रिझु नायक ने कहा कि "मुख्यमंत्री चुनावी घोषणा में अनुबंधित कर्मियों को स्थायी करने की बात कहे थे, परन्तु अपने किये वादे को शायद भूल गए। वर्तमान सरकार को अनुबंध सहायक प्राध्यापकों से किये वादों को पूरा करते हुए समाज को एक नया संदेश दे सकते हैं।"


इस मौके पर प्राध्यापक अवनेजर टेटे ने कहा कि राज्य बनने के बाद उच्च शिक्षा की स्थिति बहुत ही बदहाल हो गई है, यहाँ आलम यह है विभिन्न यूनिवर्सिटी में कई विभाग ऐसा है, जहाँ विद्यार्थी तो हैं पर शिक्षक नहीं। डॉ. किरण कुमारी ने बतायी की उच्च शिक्षा के उदासीन रवैया के कारण हमलोगों को अपने लोगों के बीच मुँह छुपाना पड़ता है।


प्राध्यापक सुनिता उरांव ने कहा कि राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों व अंगीभूत महाविद्यालयों में शिक्षकों की घोर कमी है, जिसे देखते हुए ही उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों की नियुक्ति सन 2018 में की गई थी, परंतु ये नियुक्ति कितनी शोषणकारी थी उसका सहज अंदाजा हम सभी उच्च शिक्षित युवाओं ने नहीं लगाया था। इस शोषण से मुक्ति हेतु आज हमसबों ने सुख और समृद्धि के प्रतीक सखुआ डाली लेकर कार्यक्रम की है ताकि सरकार को सद्बुद्धि आये।




डॉ० तेतरु उरांव ने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले हम घंटी आधारित अनुबंध शिक्षकों के प्रति काफी संवेदनाएं दिखाई थी, परंतु सरकार बनने के वावजूद आज तक हमलोग वंचित रहे, जिसके कारण सखुआ डाली कार्यक्रम करना पड़ा। डॉ. रूपम कुमारी ने कही कि धरना पर बैठी सभी महिला शिक्षक 'रक्षाबंधन' के अवसर पर मुख्यमंत्री को राखी बांधने जाएँगे और गिफ्ट स्वरूप अपना अधिकार लेकर आयेंगे।


झारखण्ड सहायक प्राध्यापक अनुबंध संघ द्वारा आयोजित "महामहिम राज्यपाल सह कुलाधिपति महोदय, माननीय मुख्यमंत्री महोदय, माननीय मंत्रीगण तथा सभी विधायकगण का ध्यानाकर्षण कार्यक्रम" के दौरान कार्यक्रम स्थल पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कल सोमवार को दिनांक : 01.08.2022 को सरकार के ध्यानाकर्षण हेतु "घंटी बजाओ, सरकार जगाओ" कार्यक्रम किया जायेगा।


आज के ध्यानाकर्षण हेतु धरना प्रदर्शन में विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये सैकड़ों घंटी आधारित अनुबंध शिक्षक उपस्थित रहे। मुख्य रूप से डॉ. अशोक कुमार मेहता, डॉ. सोनू फ्रांसिस मूर्मू, डॉ. आदित्य कुमार महतो, डॉ. संयोजित लकड़ा, डॉ. पुष्पा कुमारी, डॉ. रूपम कुमारी, डॉ. साधना कुमारी, डॉ. अंजू लता साहू, डॉ. सुधा ग्लैडसन के अलावे सैकड़ो अनुबंधित प्राध्यापक शामिल थे।

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