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आप इसलिए घर तोड़ रहे हैं ताकि हम यहां रहकर पढ़कर नौकरी न ले लें - सुहानी

  • Writer: India Plus Tv
    India Plus Tv
  • Nov 3, 2022
  • 1 min read

Updated: Mar 10

राँची : एक कमरे का मिट्टी का घर। उसे बचाने के लिए ऊपर बाप था तो नीचे बेटी। और सामने पुलिस की फौज के साथ दो बुलडोजर खड़े थे। आदिवासी बेटी सुहानी सांगा रोते रही। चीखते रही। सभी अधिकारियों से पूछते रही कि क्या वे अपने घर में उसे रखेंगे? कोई जवाब नहीं दे रहा था। वह बोल रही थी कि आप इसलिए घर तोड़ रहे हैं ताकि हम यहां रहकर पढ़कर नौकरी न ले लें। आप चाहते हैं कि हम सड़क पर आ जाएं ताकि आपके घर मेड का काम करें। आपके जूठे साफ करें। सुहानी ने आज मीडिया से भी बात करने से मना कर दिया, कहा की कोई फायदा नहीं। मेरा घर तो टूट ही गया न।






दरअसल राँची के धुर्वा में स्मार्ट सिटी बन रहा है। उसी के बीच रास्ते में सुहानी सहित कुछ लोगों का घर पड़ रहा है। एक रिपोर्ट पर संज्ञान लेकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने रांची डीसी से ट्विटर पर पूछा था कि क्या नियम का पालन किया गया था? ट्विटर पर आजतक जवाब नहीं आया। आज वहां मौजूद अधिकारी बोल रहे थे कि कई बार नोटिस दिया गया उसके बाद घर तोड़ा गया। लेकिन सवाल वही जिंदा है जो लोग इस बारिश के मौसम में बेघर हुए उनको छत अब कौन देगा?

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